जू, ज़ू
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जू ($फा.स्त्री.)- नदी, छोटी नदी; नहर, कुल्या; झरना, चश्मा, स्रोत, सोता।ज़ू (अ.पु.)- 'वालाÓ के अर्थ में प्रयुक्त, जैसे- 'ज़ू-माÓनाÓ- अनेक अर्थोंवाला। नोट- इसका 'ज़Ó उर्दू के 'ज़ालÓ अक्षर से बना है।
ज़ू (अ.स्त्री.)- जल्दी, शीघ्र। नोट- इसका 'ज़Ó उर्दू के 'ज़ेÓ अक्षर से बना है।
जूअ़ (अ.स्त्री.)- भूख, क्षुधा, बुभुक्षा।
जूउलअजऱ् (अ.स्त्री.)- ज़मीन की भूख, राज बढ़ाने का हौका।
जूउलकल्ब (अ.स्त्री.)- एक रोग जिसमें पेट भरा होने पर भी सारे अंग भूखे होते हैं।
जूउलब$कर (अ.स्त्री.)- एक रोग जिसमें कितना ही खाया जाए भूख नहीं मिटती।
जू ए ख़्ाूँ ($फा.स्त्री.)- रक्त की नदी, ख़्ाून की नदी।
जू ए शीर ($फा.स्त्री.)- दूध की नहर, जो $फर्हाद अपनी प्रेमिका शीरीं के लिए निकालना चाहता था।
जू$क (तु.स्त्री.)- झुण्ड, समूह, गिरोह।
जू$क दर जू$क (तु.$फा.वि.)- झुण्ड के झुण्ड, समह के समूह, गिरोह के गिरोह।
ज़ूजसदैन (अ.वि.)- दो शरीरोंवाला; मिथुन राशिवाला; बुधग्रह जिसका घर कन्याराशि है।
ज़ूज़ुनाब: (अ.पु.)- वह पुच्छल तारा जिसकी पूँछ पूरब की ओर हो।
ज़ूज़ुवाब: (अ.पु.)- वह पुच्छल तारा जिसकी पूँछ पश्चिम की ओर हो।
जूद (अ.पु.)- दानशीलता, वदान्यता, सखावत, बख़्िशश।
ज़ूद (अ.वि.)- जल्दी, शीघ्र, तुरन्त, त्वरित।
ज़ूदअसर (अ.$फा.वि.)- तुरन्त असर करनेवाली औषधि, शीघ्रकारी।
ज़ूदआश्ना ($फा.वि.)- आशुमित्र, बहुत जल्द घुल-मिल जानेवाला, जल्दी दोस्त बन जानेवाला।
ज़ूदख़्ोज़ ($फा.वि.)- चुस्त-चालाक, $फुर्तीला।
ज़ूदगो ($फा.वि.)- आशुकवि, तत्काल कविता करनेवाला, जल्द शेÓर कहनेवाला, शीघ्र-कवि, उपस्थित वक्ता।
ज़ूदगोई ($फा.स्त्री.)- तुरन्त कविता करने की क्रिया, आशुकविता करना।
ज़ूदतर ($फा.वि.)- शीघ्रतर, बहुत जल्द।
ज़ूदनवीस ($फा.वि.)- शीघ्र लिखनेवाला, जल्दी लिखनेवाला, त्वरा-लेखक।
ज़ूदनवीसी ($फा.स्त्री.)- त्वरा-लेखन, शीघ्र लिखना।
ज़ूदपशेमाँ ($फा.वि.)- अपनी भूल या $गलती पर बहुत जल्द पछतानेवाला।
ज़ूद $फर्ब: ($फा.वि.)- जो एक मत पर स्थिर न हो।
ज़ूद$फह्म (अ.$फा.वि.)- शीघ्रबुद्घि, जल्द बात को समझ जानेवाला।
ज़ूदबूद ($फा.वि.)- असीम, अपार, बेहद; अनुचित, बेजा।
ज़ूदरंज ($फा.वि.)- आशुरोष, किसी बात पर जल्द बुरा मान जानेवाला।
ज़ूदरंजी ($फा.स्त्री.)- जल्द बुरा मान जानेवाला।
ज़ूदरफ़्तार ($फा.वि.)- शीघ्रगामी, तेज़रफ़्तार, , तेज़ चलनेवाला, द्रुतगामी।
ज़ूदरफ़्तारी ($फा.स्त्री.)- शीघ्र-गमन, तेज़ चलना।
ज़ूदरस ($फा.वि.)- कुशाग्रबुद्घि, जो किसी बात की तह तक तुरन्त ही पहुँच जाए।
ज़ूदरसी ($फा.स्त्री.)- किसी बात की तह तक शीघ्र पहुँच जाना।
ज़ूद ला$गर ($फा.वि.)- दे.- 'ज़ूद $फर्ब:Ó।
ज़ूदसेर ($फा.वि.)- किसी बात से शीघ्र ही उकता जाना; जिसका पेट जल्द भर जाए।
ज़ूदसेरी ($फा.स्त्री.)- किसी बात से जल्द उकता जाने की क्रिया या भाव; जल्द पेट भर जाना।
ज़ूदहज़्म (अ.$फा.वि.)- लघु-पाक, शीघ्र पच जानेवाला खाद्य पदार्थ।
ज़ूदहज़्मी (अ.$फा.स्त्री.)- खाद्य पदार्थ का जल्द पच जाना।
जूदी (अ.पु.)- वह पहाड़ जिस पर हज्ऱत नूह की किश्ती जाकर ठहरी थी।
ज़ूदी ($फा.स्त्री.)- जल्दी, शीघ्रता।
जून: (अ.पु.)- डिब्बा, सन्दू$कची, पिटारी।
ज़ून (अ.स्त्री.)- मूति, प्रतिमा; एक प्रकार की चिडिय़ा।
ज़ूनाब (अ.पु.)- हिंसक प्रणी, फाड़ खानेवाले दरिन्दे, श्वापद, व्याघ्र।
जूपलीन (अ.स्त्री.)- रूई ओटने की चख्ऱ्ाी।
ज़ूफ (अ.पु.)- लाÓनत, धिक्कार।
ज़ू$फा ($फा.पु.)- एक प्रकार की घास जो दवा में काम आती है।
ज़ू$फुनून (अ.वि.)- बहुत-से हुनर जाननेवाला, बहुगुना, वेत्ता।
जूब: (अ.स्त्री.)- मण्डी, बाज़ार।
ज़ूबह्रैन (अ.वि.)- वह शेÓर जो दो बह्रों में पढ़ा जा सके।
ज़ूमाÓना (अ.वि.)- द्विअर्थी, दो अर्थोंवाला, वह शब्द, वाक्य या शेÓर जिसके दो अर्थ हों।
ज़ूमाÓनी (अ.वि.)- दे.- 'ज़ूमाÓनाÓ, दोनों शुद्घ हैं।
ज़ूमीद: (अ.पु.)- पानी लगा हुआ खेत।
ज़ूर ($फा.पु.)- छल, कपट, $िफरेब।
ज़ूरोमक्र (अ.$फा.पु.)- वंचकता और ठगी, छल और कपट।
जूलाँ ($फा.स्त्री.)- 'जूलानÓ का लघु., दे.- 'जूलानÓ।
जूलान ($फा.स्त्री.)- बेड़ी, वह जंज़ीर जो ख़तरनाक $कैदियों को पहनायी जाती है।
ज़ूलूबाब (अ.वि.)- अक़्लमन्द, बुद्घिमान्, मेधावी।
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