हौ
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हौंस (हिं.स्त्री.)-
बुरी नज़र, कुदृष्टि; ईर्ष्या, बर्बादी। 'हौंस खाना'=बुरी नज़र का असर हो जाना। 'हौंसना'=टोकना, नज़र लगाना।
हौका (हिं.पु.)-
किसी बात की बहुत प्रबल इच्छा; दीर्घ निश्वांस।
हौज़: (अ़.पु.)-
छोटा हौज़। इसका 'ज़’ उर्दू के 'ज़्वाद’ अक्षर से बना है।हौज़: (अ़.पु.)-
राज का केन्द्र, सत्ता-केन्द्र, राजधानी; छोर, किनारा; भग, योनि।हौज (अ़.स्त्री.)-
अज्ञानता, नासमझी; आतुरता, अधीरता, जल्दबाज़ी।हौज़ (अ़.पु.)-
पानी जमा रखने का पक्का कुण्ड, जो मस्जिदों या बग़ीचों में होता है।हौद: (अ़.पु.)-
ऊँट की पीठ पर रखा जानेवाला कजावा, हाथी की पीठ पर रखी जानेवाली अम्बारी।हौदज (अ़.पु.)-
ऊँट या हाथी की पीठ पर रखी जानेवाली अम्बारी, हौदा।हौन (फ़ा.पु.)-
खेत की वह ज़मीन जिसमें ढेले बहुत हों।हौन (अ़.पु.)-
सुख, शान्ति; प्रतिष्ठा, वक़ार; विनय, नम्रता; हलकापन।हौब: (अ़.पु.)-
ननिहाल।हौब (अ़.पु.)-
पाप करना, गुनाह करना; इच्छा, ख़्वाहिश; घबराहट, बेचैनी; दु:ख, रंज।हौबत (अ़.स्त्री.)-
अपराध-कर्म, पाप-कर्म, गुनाहगारी।हौबा (अ़.स्त्री.)-
आराम पाने का मन, सुखेच्छा, आरामतलबी; आलस्य, काहिली।हौम: (अ़.पु.)-
महायुद्घ, बहुत बड़ी लड़ाई; प्रत्येक बड़ी वस्तु।हौरा (अ़.स्त्री.)-
वह गोरी स्त्री जिसके बाल और आँखें स्याह हों।हौल (अ़.पु.)-
आस-पास, चौगिर्द; शक्ति, तुवानाई। इसका 'हौ' उर्दू के 'बड़े हे' से बना है।हौल (अ़.पु.)-
भय, त्रास, डर, ख़ौफ़: विकलता, घबराहट। इसका 'हौ' उर्दू के 'दोचश्मी हे' से बना है।हौलअंगेज़ (अ़.फ़ा.वि.)-
डर या भय उत्पन्न करनेवाला, भयजनक, भयानक।हौलअफ्ज़़ा (अ़.फ़ा.वि.)-
भय या डर बढ़ानेवाला, भयवर्द्धक।हौलज़द: (अ़.फ़ा.वि.)-
भयभीत, भयाकुल, त्रस्त, डरा हुआ।हौलज़ा (अ़.फ़ा.वि.)-
दे.-'हौलअंगेज़'।हौलदिल (अ़.फ़ा.पु.)-
कलेजे की धड़कन का रोग।हौलदिला (अ़.फ़ा.वि.)-
डरपोक, कायर।हौलनाक (अ़.फ़ा.वि.)-
भयंकर, भयानक, भीषण, डरावना, ख़ौफ़नाक।हौलिगी (अ़.फ़ा.वि.)-
त्रस्त, भयभीत; उद्विग्न, व्याकुल।हौले (हिं.क्रि.वि.)-
धीरे, आहिस्ते; हलके हाथ से। 'हौले से'=हलके से, आहिस्ता से।'हौले-हौले'=धीरे-धीरे, आहिस्ता-आहिस्ता।
हौवा (अ़.स्त्री.)-
दे.-'हव्वा', शुद्ध उच्चारण वही है। हज़रत आदम की पत्नी का नाम जोमनुष्य-जाति की माता मानी जाती है। (पु.)-भीषण आकार का एक
कल्पित राक्षस जिसका नाम बच्चों को डराने के लिए लिया जाता है, हौआ।
हौश (अ़.पु.)-
घर, गृह, मकान; स्थान, जगह।हौस (हिं.स्त्री.)-
चाह, कामना, लालसा; उत्साह, हौसला; उमंग, हर्षोत्कंठा।हौसल: (अ़.पु.)-
उत्साह, हिम्मत; धृष्टता, ढीठपन; साहस, जुर्अत; उद्दण्डता, गुस्ताख़ी; आवेग, जोश, वलवला।हौसल:अफ्ज़़ा (अ़.फ़ा.वि.)-
उत्साहवर्द्धक, उत्साह बढ़ानेवाला, प्रोत्साहन देनेवाला।हौसल:अफ्ज़़ाई (अ़.फ़ा.स्त्री.)-
प्रोत्साहन देना, हिम्मत बढ़ाना।हौसल:मंद (अ़.फ़ा.वि.)-
साहसी, उत्साही, हिम्मती।हौसल:मंदी (अ़.फ़ा.स्त्री.)-
उत्साह होना, जोश और वलवला होना।हौसल:शिकन (अ़.फ़ा.वि.)-
हिम्मत तोडऩेवाला, उत्साहभेदी, दिल तोड़ देनेवाला।हौसल:शिकनी (अ़.फ़ा.स्त्री.)-
हिम्मत तोडऩा, प्रोत्साहन न देना, दिल तोडऩा।हौसला (अ़.पु.)-
दे.-'हौसल:', वही उच्चारण शुद्ध है।-------------------------------------------------
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