लो
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लोक ($फा.पु.)-लद्दू ऊँट; जो दुर्बलता और रोग के कारण घिसट-घिसटकर चले, जैसे बच्चे चलते हैं; दीन, असहाय, लाचार।लोकाँ ($फा.वि.)-घुटनों के बल चलता हुआ; घुटनों के बल चलनेवाला।
लोकिंद: ($फा.वि.)-घुटमन चलनेवाला, घुटनों के बल चलनेवाला।
लोकीद: ($फा.वि.)-जो घुटमन चला हो, जो घुटनों के बल चला हो।
लोकीदनी ($फा.वि.)-घुटमन चलने योग्य, घुटनों के बल चलने योग्य।
लोत ($फा.पु.)-अच्छे-अच्छे खाने या व्यंजन; बिना दाढ़ी-मूँछ का लड़का।
लोतपोत ($फा.पु.)-अच्छे-अच्छे स्वादिष्ठ खाने या व्यंजन।
लोदी ($फा.पु.)-पठानों की एक जाति।
लोÓबत (अ़.स्त्री.)-खिलौना; गुडिय़ा, पुत्तलिका।
लोÓबतेचीं (अ़.$फा.स्त्री.)-चीनी गुडिय़ा; चीनी सुन्दरी।
लोबान ($फा.पु.)-एक सुगन्धित गोंद।
लोर ($फा.पु.)-वह भूमि जो बाढ़ के पानी से कट जाए; एक नाव-विशेष; धुनकने की कमान।
लोरकंद ($फा.पु.)-वह गड्ढ़ा, जो बाढ़ के पानी से बन जाए।
लोरा ($फा.पु.)-दलिया, पतली लपसी; हर पतली वस्तु।
लोरियाँ ($फा.पु.)-'लोरीÓ का बहु., नीच लोग, कमीने और अधम लोग।
लोरी ($फा.पु.)-एक जंगली और असभ्य जाति, जो नाचने-गाने का पेशा करती है, कंजर, कंजड़; लोफऱ, आवारा, नीच, अधम, कमीना।
लोल: ($फा.पु.)-भुने हुए अन्न का आटा, सत्तू।
लोल:पेच ($फा.पु.)-प्रत्येक वह कपड़ा, जिसका थान दफ़्ती में लपेटा जाए और ऊपर का$गज़ चढ़ाया जाए।
लोल ($फा.वि.)-शोख़, चपल, चंचल; निर्लज्ज, धृष्ट, ढीठ, बेहया।
लोलए आबरेज़ ($फा.पु.)-टोंटी, नलकी।
लोलियाँ ($फा.स्त्री.)-'लोलीÓ का बहु., रंडियाँ, वेश्याएँ, तवाय$फें।
लोली ($फा.स्त्री.)-रंडी, वेश्या, तवाय$फ।
लोश ($फा.वि.)-कीचड़, पंक, खाब; अचेत, बेख़्ाबर; टेढ़े मुँहवाला; कोढ़ी।
लोशाक ($फा.वि.)-कीचड़ मिला हुआ, गदला, गँदला।
लोस ($फा.पु.)-जी-हुजूरी, चापलूसी, चाटुकारिता।
लोसान: ($फा.पु.)-जी-हुजूरी, चापलूसी, चाटुकारिता; विनीति, विनय, ख़्ााकसारी।
लोह्ज: (अ़.पु.)-सवेरे का जलपान, नाश्ता, प्रातराश।
लोह्न: (अ़.पु.)-सवेरे का जलपान, नाश्ता, प्रातराश; वह थोड़ा खाना, जो मेहमान के सामने रख दिया जाए ताकि खाना तैयार होने तक का आधार हो जाए।
लोह्म: (अ़.पु.)-बाज़ के शिकार का गोश्त; कपड़े की चौड़ाई का तार, बाना।
लोह्मान (अ़.पु.)-'लह्मÓ का बहु., मांस-पिंड-समूह।
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