Thursday, October 15, 2015

रा

----------------------------------------------------------------------------

राँ ($फा.प्रत्य.)-चलानेवाला, जैसे='हुक्मराँÓ-शासन चलानेवाला।
राँद: ($फा.वि.)-निकाला हुआ, निष्कासित, बहिष्कृत; हाँका हुआ, भगाया हुआ।
राँदए दरगाह ($फा.वि.)-किसी बड़ी जगह, सरकार या दरबार से बहिष्कृत।
रा ($फा.अव्य.)-लिए, वास्ते; को।
राइ$क (अ़.वि.)-अनाहार, अनशन, नहार मुँह; सा$फ और स्वच्छ वस्तु।
राइज (अ़.वि.)-प्रचलित, चालू, जिसका चलन हो।
राइज़ (अ़.वि.)-चाबुक सवार, घोड़ा फेरनेवाला।
राइजुलवक़्त (अ़.वि.)-प्रचलन के अनुसार, समय के चलन के अनुसार; जो किसी समय-विशेष में प्रचलित हो।
राइद (अ़.वि.)-जिसके जि़म्मे मकानों कस प्रबन्ध हो, मीरमंजि़ल।
राइलइबाद (अ़.पु.)-प्रजापाल, जनता की देख-रेख करनेवाला।
राइश (अ़.पु.)-घूस अथवा रिश्वत का दलाल।
राइस (अ़.पु.)-शासक, अधिकारी।
राई (अ़.वि.)-चरवाहा, गड़रिया; शासक, राजा, बादशाह।
राए (अ़.स्त्री.)-मत, वोट; विचार, ख़्ायाल; परामर्श, सलाह, मशवरा।
राएअ़ाम्म: (अ़.स्त्री.)-सर्वसाधारण की राय, सारी जनता की राय।
राएगाँ ($फा.वि.)-नष्ट, बरबाद; परिणाम-रहित, निष्फल, बेनतीजा; बेकार, व्यर्थ।
राएजऩ (अ़.$फा.वि.)-सलाह देनेवाला, परामर्शदाता; विचार प्रकट करनेवाला।
राएजऩी (अ़.$फा.स्त्री.)-राय देना, परामर्श देना, सलाह देना; अपने विचार प्रकट करना।
राएतलवी (अ़.स्त्री.)-वोट माँगना; राय लेना, सलाह चाहना, परामर्श माँगना।
राएदिहिंद: (अ़.$फा.वि.)-राय देनेवाला; मतदाता, वोट देने-वाला।
राएदिहिंदगी (अ़.$फा.स्त्री.)-राय देना, अपने विचार प्रकट करना; वोट देना, मतदान।
राएदिही (अ़.$फा.स्त्री.)-दे.-'राएदिहिंदगीÓ।
राएशुमारी (अ़.$फा.स्त्री.)-मतगणना, वोटों की गिनती।
राएह: (अ़.पु.)-बू, बास, गन्ध।
राएह (अ़.वि.)-बूदार, बासवाली वस्तु, गन्धवाली चीज़।
रा$िकद (अ़.वि.)-सोनेवाला, निद्रालु, स्वापक।
राकिद (अ़.वि.)-स्थिर जल, बन्द पानी, वह पानी जो ठहरा हुआ हो, प्रवाहित न हो।
रा$िकब (अ़.वि.)-प्रतीक्षा करनेवाला, प्रतीक्षक, इंतिज़ार करनेवाला, मुंतजिऱ; आाशान्वित, पुरउम्मीद।
राकिब (अ़.वि.)-सवार होनेवाला, सवार, घुड़सवार, घोड़े की सवारी करनेवाला, अश्वारोही।
रा$िकम: (अ़.स्त्री.)-लेखिका, लिखनेवाली।
रा$िकम (अ़.पु.)-लेखक, लिखनेवाला; पत्र लिखनेवाला।
रा$िकमुलहुरू$फ (अ़.वि.)-लेखक, पत्र-लेखक, चिट्ठी-पत्री लिखनेवाला।
रा$की (अ़.पु.)-ओझा, तांत्रिक, मांत्रिक, अभिचारक, जंत्र-मंत्र करनेवाला।
राकेÓ (अ़.वि.)-नमाज़ में झुकनेवाला, नमाज़ पढऩेवाला।
राक़ेÓ (अ़.वि.)-कपड़ों में थिगली सीनेवाला, पैवंद सीने-वाला, चकती लगानेवाला।
रा$ग ($फा.पु.)-वन, कानन, जंगल; सब्ज़:ज़ार, हरा-भरा मैदान; पहाड़ की तराई।
रा$िगब (अ़.वि.)-आकर्षित, मुतवज्जेह, दिलचस्पी रखने या लेनेवाला।
राज़ ($फा.पु.)-मर्म, भेद, रहस्य; मूल, तत्त्व, सार।
राज़आगाह ($फा.वि.)-दे.-'राज़आश्नाÓ।
राज़आश्ना ($फा.वि.)-रहस्यवेत्ता, भेदिया, जो किसी भेद से वा$िक$फ हो।
राज़दाँ ($फा.वि.)-भेद जाननेवाला, मर्मज्ञ, रहस्यज्ञ, भेदिया।
राज़दार ($फा.वि.)-दे.-'राज़दाँÓ।
राजय़ान: ($फा.स्त्री.)-सौं$फ, शतपुष्पा, बादियान।
राजि़अ़: (अ़.स्त्री.)-दूध पीनेवाली बच्ची, स्तनपायिनी।
राजि़क़: (अ़.स्त्री.)-अन्नदात्री, अन्नपूर्णा; जीविका, रोज़ी, वृत्ति।
राजि़क़ (अ़.वि.)-अन्नदाता, खाना देनेवाला, पालन-पोषण करनेवाला।
राजी (अ़.वि.)-आशान्वित, पुरउम्मीद।
राज़ी (अ़.वि.)-प्रसन्न, हर्षित, ख़्ाुश; संतुष्ट, मुत्मइन; अंगीकृत, रज़ामंद। 'इसका 'ज़Ó उर्दू के 'ज़्वादÓ अक्षर से बना है।
राज़ी ($फा.वि.)-'रैÓ का निवासी। 'रैÓ ईरान में ख़्ाुरासान प्रान्त का प्राचीन नगर है। इसका 'ज़Ó उर्दू के 'ज़ेÓ अक्षर से बना है।
राज़ीनाम: (अ़.$फा.पु.)-संधिपत्र, सुलहनामा, मु$कदमे के दोनों पक्षों में संधि का लिखित पत्र।
राज़ीबरज़ा (अ़.$फा.वि.)-किसी की मरज़ी पर राज़ी, किसी की इच्छा से, अमुक व्यक्ति जो कर दे उसी से संतुष्ट।
राजेÓ (अ़.वि.)-आकर्षित; प्रत्यागामी, वापस लौटनेवाला।
राज़ेÓ (अ़.वि.)-दूध पीनेवाला बालक, स्तनपायी।
राज़ेसरबस्त: ($फा.पु.)-ऐसा भेद, जो किसी को तनिक भी मालूम न हो, गुप्त भेद, गोपनीय बात।
राजेह (अ़.वि.)-आकर्षित, रा$िगब; उत्तम, बेहतर; प्रधान, मुख्य, वरिष्ठतावाला, तर्जीहवाला।
राज़े हयात (अ़.$फा.पु.)-जीवन-रहस्य, जीवन-मर्म, जि़न्दगी का भेद।
राज़ोनियाज़ ($फा.पु.)-प्रेम की गुप्त बातें, प्रणय-भेद।
रातिब (अ़.पु.)-रोज़ की ख़्ाुराक; वेतन, तनख़्वाह; कुत्ते या घोड़े की ख़्ाुराक।
रातिबख़्ाोर (अ़.$फा.वि.)-रातिब खानेवाला, रोज़ की ख़्ाुराक पानेवाला।
राÓद (अ़.पु.)-बिजली की कड़क।
राद [द्द] (अ़.वि.)-रद्द करनेवाला, लौटानेवाला, वापस करनेवाला।
राÓदआसा (अ़.$फा.वि.)-बिजली की कड़क-जैसा।
रादिअ़ात (अ़.स्त्री.)-'रादेÓ का बहु., वे दवाएँ जो ख़्ाराब माद्दे को हटा दें।
रादेÓ (अ़.वि.)-हटानेवाला; रोकनेवाला; वह दवा जो विकृत माद्दे को अंग-विशेष से ळटा दे।
रान ($फा.स्त्री.)-जंघा, जाँघ।
राÓना ($फा.वि.)-सुन्दर, रूपवान्, हसीन; डील-डौल में अत्यन्त सुन्दर।
राÓनाइए ख़्ायाल (अ़.$फा.स्त्री.)-विचारों का सौन्दर्य, ख़्ायालों की विचित्रता।
राÓनाई ($फा.स्त्री.)-सुन्दरता, छटा, हुस्न।
रा$फत (अ़.स्त्री.)-दया, कृपा, अनुकम्पा, मेह्रïबानी।
रा$िफज़: (अ़.पु.)-वे लोग जो अपने स्वामी को विपत्ति पडऩे पर छोड़ भागें।
रा$िफज़ (अ़.वि.)-वह व्यक्ति जो अपने स्वामी को कष्ट-पीडि़त देखकर भाग जाए, अपने स्वामी को मुसीबत में घिरा देखकर भाग जानेवाला व्यक्ति।
रा$िफज़ी (अ़.वि.)-'रा$िफज़:Ó से सम्बन्धित व्यक्ति।
रा$िफद (अ़.वि.)-दाता, प्रदाता, देनेवाला; सहायक, मदद करनेवाला।
राफ़ेÓ (अ़.वि.)-उन्नायक, ऊँचा करनेवाला, ऊपर उठाने-वाला, उर्दू में 'उÓ की मात्रा (पेश) देनेवाला।
राफ़ेह (अ़.वि.)-सुख का जीवन व्यतीत करनेवाला।
राबिअ़: (अ़.स्त्री.)-चौथी; एक बहुत ही तपस्विनी और साध्वी स्त्री।
राबित: (अ़.पु.)-सम्बन्ध, लगाव; सम्पर्क, वास्ता; मेल-जोल, प्रेम-व्यवहार।
राबित (अ़.वि.)-मिलानेवाला, संयोजक।
राबिय: (अ़.स्त्री.)-ऊँची भूमि।
राबेÓ (अ़.वि.)-चौथा, चतुर्थ।
राबेह (अ़.वि.)-ब्याज खानेवाला, कुसीदजीवी, ब्याजख़्ाोर, सूदख़्ाोर।
राम ($फा.पु.)-वशीभूत, अधीन।
रामि$क (अ़.पु.)-जाल में बँधा हुआ।
रामिश ($फा.स्त्री.)-गान, गाना, नग़्मा।
रामिशगर ($फा.वि.)-गायक, गवैया, गानेवाला।
रामिशगाह ($फा.स्त्री.)-गाने का स्थान, नाट्यशाला।
रामिशी ($फा.वि.)-दे.-'रामिशगरÓ।
रामीं ($फा.वि.)-एक अ़ाशि$क का नाम; एक चंग बजानेवाले का नाम।
रामी (अ़.वि.)-धनुर्धर, तीरंदाज़; आरोप लगानेवाला।
रामेह (अ़.वि.)-बरछा चलानेवाला, बरछाबाज़।
राय (अ़.स्त्री.)-दे.-'राएÓ।
रायगाँ ($फा.वि.)-दे.-'राएगाँÓ।
रायजऩ (अ़.$फा.वि.)-दे.-'राएजऩÓ।
रायत (अ़.पु.)-झण्डा, ध्वजा, पताका, पर्चम।
रायात (अ़.पु.)-'रायतÓ का बहु., झण्डे, पताकार्ए।
रायुल ऐन (अ़.क्रि.)-आँखों से देखना, प्रत्यक्ष दर्शन करना।
रावंद ($फा.स्त्री.)-एक जड़, रेवंद चीनी।
राव$क ($फा.स्त्री.)-शराब छानने की सा$फी; मदिरा, शराब, मद्य।
रावी (अ़.वि.)-किसी से कोई बात सुनकर ज्यों कि त्यों दूसरे से कहनेवाला; इस्लामी परिभाषा में हज्ऱत मुहम्मद साहब से सुने हुए प्रवचनों को उन्हीं के शब्दों में दूसरे से कहनेवाला।
राÓश: (अ़.पु.)-शरीर के अंगों के काँपने का रोग, कंपरोग, कँपकँपी।
राश (अ़.$फा.पु.)-अन्न का ढेर, रास, राशि।
राशिद (अ़.वि.)-जिसने गुरु से दीक्षा प्राप्त की हो, मुर्शिद से हिदायत पानेवाला, दीक्षित, गुरुमंत्रित।
राशी (अ़.वि.)-रिश्वत देनेवाला (अनेक लोग इस शब्द का प्रयोग रिश्वत लेनेवाले के अर्थ में भी करते हैं, जो एकदम अशुद्घ है)।
राशेह (अ़.वि.)-रिसनेवाला, धीरे-धीरे टपकनेवाला।
रास (अ़.पु.)-शिर, सिर, सर; मवेशी अर्थात् पशुओं की संख्या के लिए प्रयुक्त होनेवाला शब्द, जैसे-'एक रास बैलÓ अर्थात् एक बैल; राहु ग्रह।
रास ($फा.स्त्री.)-पथ, मार्ग, राह, रास्ता।
रासिख़्ा (अ़.वि.)-अटल, दृढ़, पक्का।
रासिख़्ाुलअ़$कीद: (अ़.वि.)-जिसका धर्म-विश्वास अटल हो, धर्मवीर, धर्मनिष्ठ।
रासिख़्ाुलएति$काद (अ़.वि.)-दे.-'रासिख़्ाुलअ़$कीद:Ó।
रासिद (अ़.वि.)-ज्योतिषि, नुजूमी; पहरेदार, चौकीदार, प्रहरी।
रासिब (अ़.वि.)-नीचे बैठ जानेवाला; गाद, तलछट।
रासिय: (अ़.वि.)-मज़बूत पहाड़।
रासियात (अ़.पु.)-'रासिय:Ó का बहु., मज़बूत पहाड़ों का समूह।
रासुलजदी (अ़.पु.)-राशिचक्र में मकर-राशि पर वह बिन्दु जहाँ 22 दिसम्बर को सूर्य पहुँचता है और साल का सबसे छोटा दिन होता है।
रासुलमाल (अ़.पु.)-मूलधन, वास्तविक धन।
रासुस्सर्तान (अ़.पु.)-राशिचक्र में कर्क-राशि पर वह बिन्दु जहाँ 21 जून को सूर्य पहुँचता है और साल में सबसे बड़ा दिन होता है।
रासू ($फा.पु.)-नेवला, नकुल।
रासेजऩब (अ़.पु.)-राहु और केतु।
रास्त: ($फा.पु.)-पथ, मार्ग, राह, रास्ता।
रास्त ($फा.वि.)-दाहिना, सीधी तर$फ का, दक्षिण; सीधा, सरल; सच, सत्य।
रास्तकिर्दार ($फा.वि.)-सरलाचारी, सदाचारी, नेकचलन, सद्वृत्त, सच्चरित्र।
रास्तकिर्दारी ($फा.स्त्री.)-सरलाचार, सदाचार, नेकचलनी, सच्चरित्रता।
रास्तगुफ़्तार ($फा.वि.)-दे.-'रास्तगोÓ।
रास्तगुफ़्तारी ($फा.स्त्री.)-दे.-'रास्तगोईÓ।
रास्तगो ($फा.वि.)-सत्यवादी, सच बोलनेवाला, यथार्थवादी, अनृतभाषी।
रास्तगोई ($फा.स्त्री.)-सत्यवाद, सत्य बोलना।
रास्तबाज़ ($फा.वि.)-सच्चा, सत्यनिष्ठ; व्यवहार-कुशल, लेन-देन में सा$फ, ईमानदार; सदाचारी, नेकचलन, सच्चरित्र।
रास्तबाज़ी ($फा.स्त्री.)-सच्चाई, ईमानदारी, सदाचार।
रास्तमिज़ाज (अ़.$फा.वि.)-सरल स्वभाव, नेकदिल; लेन-देन में सा$फ, ईमानदार, सत्यनिष्ठ।
रास्तमिज़ाजी (अ़.$फा.स्त्री.)-सत्यनिष्ठता, ईमानदारी; नेक-दिली, स्वभाव की सरलता।
रास्तमुअ़ामल: (अ़.$फा.वि.)-लेन-देन और आचार-व्यवहार में ईमानदार।
रास्तमुअ़ामलगी (अ़.$फा.स्त्री.)-लेन-देन और आचार-व्यवहार में ईमानदारी।
रास्तरवी ($फा.स्त्री.)-सीधी राह चलना, सदाचार, धर्म-निष्ठा।
रास्तरौ ($फा.वि.)-सद्मार्ग अपनानेवाला, सीधी राह चलने-वाला, सन्मार्गी, नेकदिल, धर्मनिष्ठ, सदाचारी।
रास्तशिअ़ार (अ़.$फा.वि.)-दे.-'रास्तमुअ़ामल:Ó।
रास्ती ($फा.स्त्री.)-सरलता, सीधापन; सत्यता, सच्चाई; सदाचार, नेककिर्दारी।
रास्तीआश्ना ($फा.वि.)-सदाचारी, धर्मनिष्ठ।
रास्तीपसंद ($फा.वि.)-जिसे सत्यता और धर्मनिष्ठा पसंद हो।
रास्तीपसंदी ($फा.स्त्री.)-सत्यता, धर्मनिष्ठा और नेकचलनी को पसंद करना, सन्मार्ग को पसंद करना।
रास्तीशिअ़ार (अ़.$फा.वि.)-जिसका आचरण सत्यता और धर्मनिष्ठा पर आधारित हो।
रास्तीशिअ़ारी (अ़.$फा.स्त्री.)-सत्यता और धर्मनिष्ठा को ग्रहण करना तथा उसी पर चलना, सन्मार्ग पर चलना।
राह: (अ़.स्त्री.)-हथेली, करतल।
राह ($फा.स्त्री.)-पथ, मार्ग, रास्ता; ढंग, तरी$का; युक्ति, तर्कीब, यत्न; प्रतीक्षा, इन्तिज़ार; आशा, आस, उम्मीद। इसका 'हÓ उर्दू के 'हम्जाÓ अक्षर से बना है।
राह (अ़.स्त्री.)-हर्ष, ख़्ाुशी; मद्य, मदिरा, शराब। इसका 'हÓ उर्दू के 'हेÓ अक्षर से बना है।
राहख़्ार्च ($फा.पु.)-यात्रा में होनेवाला व्यय, रास्ते में होने-वाला ख़्ार्च, मार्ग-व्यय।
राहगीर ($फा.वि.)-यात्री, पथिक, मुसा$िफर, बटोही।
राहगुजऱ ($फा.स्त्री.)-पथ, मार्ग, रास्ता।
राहजऩ ($फा.वि.)-बटमार, रास्ते में लूटनेवाला, पथघ्न।
राहजऩी ($फा.स्त्री.)-बटमारी, रास्ते में लूटना, यात्री का धन छीनना।
राहत (अ़.स्त्री.)-सुख, चैन, आराम; सुगमता, आसानी; शान्ति, सुकून; रोग या पीड़ा में कमी।
राहतअंजाम (अ़.$फा.वि.)-किस कार्य का परिणाम शान्ति अथवा सुख हो।
राहतअफ्ज़़ा (अ़.$फा.वि.)-शान्ति और सुख बढ़ानेवाला।
राहतकद: (अ़.$फा.पु.)-राहत और सुख का घर, जहाँ सुख और शान्ति प्राप्त हो; शयनागार, ख़्वाबगाह।
राहतगाह (अ़.$फा.स्त्री.)-दे.-'राहतकद:Ó।
राहततलब (अ़.वि.)-जो सुख की कामना करता हो, सुख चाहनेवाला; जो काम आदि करने से घबराता हो, कामचोर, आरामतलब।
राहततलबी (अ़.स्त्री.)-सुख चाहना, काम-धंधा न करना, केवल बैठे-बैठे खाने की इच्छा।
राहतपरस्त (अ़.$फा.वि.)-पलंग पर पड़ा रहनेवाला, निकम्मा, काम से जी चुरानेवाला।
राहतपरस्ती (अ़.$फा.स्त्री.)-निठल्लापन, काम से जी चुराना, निकम्मापन, कामचोरी।
राहत$फज़ा (अ़.$फा.वि.)-'राहतअफ्ज़़ाÓ का लघु., दे.-'राहतअफ्ज़़ाÓ।
राहतरसाँ (अ़.$फा.वि.)-सुख देनेवाला, आराम पहुँचानेवाला, सुखदायी।
राहतरसानी (अ़.$फा.स्त्री.)-सुख देना, आराम पहुँचाना।
राहती (अ़.स्त्री.)-वह चौकी, जो बीमार के पलंग के पास शौचादि के लिए लगा देते हैं।
राहते जाँ (अ़.$फा.स्त्री.)-प्राणों का सुख, प्राणाधार (विशेषत: लड़के के लिए, और साहित्य में प्रेमिका के लिए इस शब्द का प्रयोग किया जाता है)।
राहते दिल (अ़.$फा.स्त्री.)-दे.-'राहते जाँÓ।
राहते रूह (अ़.स्त्री.)-प्राणों का सुख, आत्मा का चैन, अर्थात् नायिका, प्रेमिका।
राहदार ($फा.वि.)-प्रहरी, चौकीदार; धारीदार कपड़ा।
राहदारी ($फा.स्त्री.)-पारपत्र, पासपोर्ट; चौकीदारी।
राहनशीं ($फा.वि.)-रास्ते में बैठा हुआ, पथस्थ, मार्गस्थ।
राहनवर्द ($फा.वि.)-यात्री, राहगीर, पथिक, मुसा$िफर।
राहनवर्दी ($फा.स्त्री.)-राहगीरी, राह चलना।
राहनुमा ($फा.वि.)-मार्ग-दर्शक, पथ-प्रदर्शक, रास्ता बताने-वाला; नायक, नेता, लीडर।
राहनुमाई ($फा.स्त्री.)-पथ-प्रदर्शन, रास्ता बताना; नेतृत्व, नेतापन, लीडरी।
राहपैमा ($फा.वि.)-रास्ता नापनेवाला, अर्थात् चलनेवाला, यात्री, पथिक, मुसा$िफर।
राहपैमाई ($फा.स्त्री.)-रास्ता नापना अर्थात् चलना, यात्रा, स$फर।
राहबर ($फा.वि.)-दे.-'राहनुमाÓ।
राहबरी ($फा.स्त्री.)-दे.-'राहनुमाईÓ।
राहरवी ($फा.स्त्री.)-दे.-'राहनवर्दीÓ।
राहरौ ($फा.वि.)-दे.-'राहनवर्दीÓ।
राहवार ($फा.पु.)-अश्च, घोड़ा; $कदम चाल चलनेवाला घोड़ा।
राहवारी ($फा.स्त्री.)-घोड़े की $कदम चाल।
राहिन (अ़.वि.)-किसी के पास अपनी चीज़ गिरवी या बंधक रखनेवाला, बंधककर्ता, आघायक।
राहिब: (अ़.स्त्री.)-वह ईसाई स्त्री जो सांसारिक वासनाओं को छोड़ चुकी हो।
राहिब (अ़.पु.)-वह ईसाई पुरुष, जो सांसारिक सुखों से निवृत्त हो चुका हो।
राहिम (अ़.वि.)-दया करनेवाला, दयालु।
राहिल: (अ़.पु.)-सवारी का जानवर, वाहन।
राहिल (अ़.वि.)-पैदल चलनेवाला, पदातिग, पदचर।
राही ($फा.वि.)-यात्री, पथिक, बटोही, राहगीर, मुसा$िफर।
राहे जहन्नम (अ़.$फा.पु.)-नरक का मार्ग, कदाचार, दुराचार, बदचलनी।
राहे नजात (अ़.$फा.पु.)-मोक्षमार्ग, मुक्तिपथ, बख़्िशश का ज़रिया, मुक्ति-साधन।
राहे बुरीद: ($फा.पु.)-वह रास्ता जिस पर चलना बन्द हो, जिस पर लूटपाट का भय हो।
राहे रास्त ($फा.पु.)-सीधा रास्ता; धर्म का मार्ग; सत्य का मार्ग।
राहे सख़्त ($फा.पु.)-कठिन और दुष्कर मार्ग; वह रास्ता जिस पर चलना कठिनन हो अर्थात् धर्म का मार्ग; वह रास्ता जिस पर जान जोख़्िाम अथवा लुटने का डर हो।
राहोरब्त (अ़.$फा.पु.)-मेल-जोल, मेल-मिलाप, प्रेम-व्यवहार।
राहोरविश ($फा.स्त्री.)-आचार-व्यवहार, चाल-ढाल, रंग-ढंग।
राहोरस्म (अ़.$फा.स्त्री.)-दे.-'राहोरब्तÓ।

No comments:

Post a Comment