Thursday, October 15, 2015

वी

---------------------------------------------------------------------------

वीराँ ($फा.वि.)-'वीरानÓ का लघु., दे.-'वीरानÓ।
वीराँकुन ($फा.वि.)-निर्जन कर देनेवाला, उजाड़ करनेवाला, वीरान करनेवाला, ध्वंसकारी, खण्डहर बना देनेवाला, बरबाद कर देनेवाला।
वीराँगर ($फा.वि.)-वीरान करनेवाला, ध्वंसकारी; डाकू, लुटेरा।
वीराँसरा ($फा.स्त्री.)-वीरान स्थान अर्थात् दुनिया, संसार।
वीरान: ($फा.पु.)-निर्जन स्थल, वीरान; वन, कानन, जंगल।
वीराननशीं ($फा.वि.)-निर्जन में रहनेवाला, वीराने में रहनेवाला, जंगल में रहनेवाला।
वीरान:पसंद ($फा.वि.)-जिसे वीराने में रहना अच्छा लगता हो।
वीरान ($फा.वि.)-जहाँ चहल-पहल न हो, निर्जन स्थल, जहाँ आदमी न हों; वन, जंगल, कानन; जिस स्थान की इमारतें गिर गई हों, जो मकान आदि खण्डहर हो गया हो।
वीरानी ($फा.स्त्री.)-चहल-पहल का अभाव, निर्जनता, भग्न का भाव; जंगलपन, खण्डहरपन; बेरौन$की।

No comments:

Post a Comment