जे, ज़े
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जेब: (अ.पु.)- कवच, जि़रह, बख़्तर।ज़ेब (अ.$फा.पु.)- सजावट, बनाव-सिंगार; रौन$क,आराइश, शोभा; (वि.)- शोभा बढ़ानेवाला, फबनेवाला; ख़्ाूबी; उपयुक्त, अनुरूप। मुहा.- 'ज़ेब ओ ज़ीनतÓ- बनाव-सिंगार।
ज़ेÓब (अ.पु.)- भेडिय़ा, वृक।
जेब (अ.स्त्री.)- खीसा, थैली, पॉकेट, ख़लीता, वह थैली जो $कमीज़, कुर्ता, पायजामा आदि पहनने के वस्त्रों में रुपया आदि रखने के लिए लगाई जाती है।
जेबख़्ार्च (अ.$फा.पु.)- वह धनराशि जो खाने-पीने के अतिरिक्त दूसरे निजी कामों के लिए हो।
जेबतराश (अ.$फा.पु.)- जेब काटनेवाला, गिरहकट, पॉकेटमार, ग्रन्थि-मोचक, ग्रन्थिच्छेदक।
जेबतराशी (अ.$फा.स्त्री.)- जेब काटना, पॉकेटमारी, गिरहकटी करना।
ज़ेबा ($फा.पु.)- दिलकश, मनोरम, सुन्दर, मनोज्ञ, शोभनीय, बारौन$क; ललित, सूक्ष्म, लती$फ; (वि.)- उपयुक्त, अनुरूप, मौज़ूँ; शोभा बढ़ानेवाला, ख़्ाुशनुमा।
ज़ेबाअंदाम ($फा.वि.)- सुडौल और सुन्दर शरीरवाला (वाली), शोभनांग, शोभनांगना।
ज़ेबाइश ($फा.स्त्री.)- सिंगार, सज्जा, सटावट।
ज़ेबाई ($फा.स्त्री.)- दे.- 'ज़ेबाइशÓ।
ज़ेबा$कामत (अ.$फा.वि.)- साँचे में ढला हुआ शरीर, अंगसौष्ठव।
ज़ेबा$कामती (अ.$फा.स्त्री.)- शरीर का साँचे में ढला होना अर्थात बहुत-ही सुन्दर होना, अंगसौष्ठव।
ज़ेबातल्अ़त (अ.$फा.वि.)- जिसकी मुखाकृति अत्यन्त सुन्दर हो, ललित, कान्त।
ज़ेबारू ($फा.वि.)- जिसकी मुखाकृति बहुत-ही सुन्दर और प्यारी हो, जिसका चेहरा बहुत-ही हसीन हो।
ज़ेबाशमाइल (अ.$फा.वि.)- जिसका स्वभाव बहुत-ही अच्छा और सुशील हो।
ज़ेबिंद: (ज़ेबिन्द:)(फ़ा.वि.)- शोभा देनेवाला, छजनेवाला, अच्छा लगनेवाला।
ज़ेबीद: (फ़ा.वि.)- सुशाभित, ललित, सुन्दर।
ज़ेबीदन (फ़ा.वि.)- शोभा देना।
ज़ेबीदनी (फ़ा.वि.)- शोभा देने योग्य, सुन्दर लगने योग्य, छजने योग्य।
ज़ेबोज़ीनत (अ.$फा.स्त्री.)- सिंगार और सजावट, बनाव-सिंगार, वेष-भूसा, ठाठ-बाट।
ज़ेबोज़ैन (अ.$फा.स्त्री.)- दे.- 'ज़ेबोज़ीनतÓ।
ज़ेरंदाज़ ($फा.पु.)- किसी चीज़ की हि$फाज़त के लिए उसके नीचे बिछाया जानेवाला कपड़ा, कालीन, $फर्श।
ज़ेर (फ़ा.वि.)- उर्दू में 'इÓ की मात्रा (,); निम्न, नीचे; निर्बल, कमज़ोर, नाता$कत; परास्त, पराजित, मग़्लूब; नि:सहाय, निराश्रय, बेकस, अधीन, ताबेÓ।
ज़ेर अंदाज़ ($फा.पु.)- दे.- 'ज़ेरंदाज़Ó, शुद्घ उच्चारण वही है।
ज़ेरअफ्ग़न ($फा.पु.)- दे.- 'ज़ेरफ्ग़नÓ, अधिक शुद्घ उच्चारण वही है।
ज़ेरचा$क ($फा.वि.)- जिसे गुदा-मैथुन कराने का व्यसन हो, कोनी; अधीन, ताबेÓदार।
ज़ेरजाम: ($फा.पु.)- अधोवस्त्र, कमर के नीचे पहनने का कपड़ा; वह कपड़ा जो ज़ीन के नीचे घोड़े की पीठ पर डाला जाता है।
ज़ेरदस्त ($फा.वि.)- दीन, दु:खी, असहाय; ताबेÓ, अधीन, वशीभूत।
ज़ेरदस्ती ($फा.स्त्री.)- अधीनता, मातहती; दीनता, नि:सहायता।
ज़ेरफ्ग़न ($फा.पु.)- नीचे बिछाने का कपड़ा, दरी, तोशक; भैरव राग।
ज़ेरबंद (ज़ेरबन्द) ($फा.पु.)- घोड़े के पेट पर कसा जानेवाला तस्मा।
ज़ेरबार ($फा.वि.)- जो बोझ के नीचे दबा हो; ऋणी, $कजऱ्दार; आभारी, एहसानमन्द।
ज़ेरबारी ($फा.स्त्री.)- ऋणभार, $कज़ै का बोझ; कृतज्ञता, एहसान का बोझ।
ज़ेरा ($फा.अव्य.)- क्योंकि; किसलिए, क्यों; इसलिए।
ज़ेराके ($फा.अव्य.)- इस कारण कि।
ज़ेराब ($फा.स्त्री.)- ज़मींदोज़ नाली, ज़मीन के अन्दर बहनेवाली नाली, सीवर; भूमि के अन्दर के नल।
ज़ेरीं ($फा.वि.)- निम्नगत, नीचेवाला।
ज़ेरेअसर (अ.$फा.वि.)- जो किसी के प्रभाव में हो, जो किसी के अधीन हो।
ज़ेरेआब ($फा.वि.)- पानी के भीतर; वह ज़मीन जो पानी में डूब गयी हो।
ज़ेरेआस्माँ ($फा.वि.)- आकाश के नीचे अर्थात् सारी दुनिया में।
ज़ेरेइस्तेमाल (अ.$फा.वि.)- प्रयोग में आ रही वस्तु; सेवन की जानेवाली दवा।
ज़ेरे$कदम (अ.$फा.वि.)- पाँव के नीचे; सुगम, सहल।
ज़ेरेख़्ााक ($फा.वि.)- भूमिगत, मिट्टी के नीचे अर्थात् $कब्र में।
ज़ेरे$गौर (अ.$फा.वि.)- विचाराधीन, जिस पर $गौर या विचार हो रहा हो।
ज़ेरेज़मीं ($फा.वि.)- दे.- 'ज़ेरेख़्ााकÓ।
ज़ेरेतज्वीज़ (अ.$फा.वि.)- जिस पर निर्णय के लिए विचार किया जा रहा हो, निर्णयाधीन।
ज़ेरेतन्$कीद (अ.$फा.वि.)- जिस पर आलोचना या समालोचना लिखी जा रही हो।
ज़ेरेतस्नी$फ (अ.$फा.वि.)- जिसकी रचना की जा रही हो।
ज़ेरेताÓमीर (अ.$फा.वि.)- जिसका निर्माण हो रहा हो, जो बनाया जा रहा हो।
ज़ेरेताली$फ (अ.$फा.वि.)- जो लिखा जा रहा हो, जिसका सम्पादन हो रहा हो।
ज़ेरेनगीं ($फा.वि.)- शासनाधीन, मातहत देश या प्रदेश।
ज़ेरेनज़र ($फा.वि.)- दे.- 'ज़ेरे$गौरÓ।
ज़ेरेना$फ ($फा.पु.)- उपस्थ, कटि-प्रदेश, पेड़ू।
ज़ेरेमश्$क (अ.$फा.वि.)- जिस पर किसी काम की मश्$क की जाए अर्थात् हाथ सा$फ किया जाए; ऐसा व्यक्ति जो किसी विवशता के कारण किसी का हर-एक काम करने को बाध्य हो; वह लड़का जिसका किसी पुरुष के साथ अप्राकृतिक सम्बन्ध हो।
ज़ेरेराँ ($फा.वि.)- रान के नीचे, जाँघ के नीचे; $काबू में; सवारी में।
ज़ेरेलब ($फा.वि.)- ओठों में, होंठों में, वह बात जो होंठों-होंठों में हो।
ज़ेरेसाय: ($फा.वि.)- किसी की छत्रछाया में, किसी का आश्रित, किसी की शरण में।
ज़ेरे हुकूमत (अ.$फा.वि.)- दे.- 'ज़ेरेनगींÓ।
ज़ेरोज़बर ($फा.वि.)- तले-ऊपर, उथल-पुथल, अस्त-व्यस्त।
ज़ेरोबाला ($फा.वि.)- दे.- 'ज़ेरोज़बरÓ।
जेव: ($फा.पु.)- पारा, सीमाब।
ज़ेवर ($फा.पु.)- गहना, आभूषण, आभरण, अलंकार, भूषण।
ज़ेवरात ($फा.पु.)- 'ज़ेवरÓ का बह़., अनेक गहने, बहुत-से आभूषण।
ज़ेह्न (ज़ेह्नï)(अ.पु.)- बुद्घि, विवेक, समझ; प्रतिभा, तब्बाई; स्मरण-शक्ति, याददाश्त।
ज़ेह्नीयत (अ.स्त्री.)- प्रकृति, स्वभाव; धारणा, विचार।
ज़ेह्नेरसा ($ज़ेह्न ए रसा)(अ.$फा.पु.)- बात की तह तक पहुँचनेवाली बुद्घि, ठीक निचोड़ तक पहुँचनेवाला ज़ेह्न।
ज़ेह्गीर ($फा.पु.)- वह अँगूठी या छल्ला जो तीर चलानेवाले अपनी उँगली की रक्षा के लिए पहनते हैं।
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