जो, ज़ो
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ज़ो ($फा.अव्य.)- उससे।जोइंद: (जोइन्द:)($फा.वि.)- खोजी, जिज्ञासु, ढूँढऩेवाला, तलाश करनेवाला।
जोईद: ($फा.वि.)- खोजा हुआ, तलाशा हुआ, ढूँढ़ा हुआ।
जोईदन ($फा.क्रि.)- ढूँढऩा, तलाशना, खोजना।
जोईदनी ($फा.वि.)- तलाशने योग्य, ढूँढऩे योग्य, खोजने लाइ$क।
जो$गन ($फा.स्त्री.)- ऊखल, ओखली, काठ या पत्थर का बना हुआ गहरा पात्र जिसमें धान आदि कूटते हैं।
ज़ोज़ ($फा.स्त्री.)- काली शल्लकी, साही नामक जन्तु, एक प्रकार का जंगली चूहा।
ज़ोपीं ($फा.पु.)- बर्छा, बर्छी, हथियार।
ज़ोÓ$फ (अ.पु.)- दुर्बलता, निर्बलता, कमज़ोरी; बीमारी की कमज़ोरी; दीनता, बेकसी।
ज़ोÓ$फ ए आÓसाब (अ.पु.)- शरीर के पट्ठों की कमज़ोरी।
ज़ोÓ$फ ए इश्तिहा (अ.पु.)- भूख की कमी, मन्दाग्नि।
ज़ोÓ$फ ए एति$काद (अ.पु.)- आस्था या विश्वास की कमी, निष्ठामांद्य।
ज़ोÓ$फ ए $कल्ब (अ.पु.)- दिल की कमज़ोरी, हृदय-दौर्बल्य।
ज़ोÓ$फ ए जिगर (अ.$फा.पु.)- यकृत-रोग, एक रोग जिसमें यकृत पूरे तौर पर अपना काम पूरा नहीं करता।
ज़ोÓ$फ ए दिमा$ग (अ.पु.)- मस्तिष्क की दुर्बलता, स्मरण-शक्ति की कमी; समझ-बूझ की कमी।
ज़ोÓ$फ ए दिल (अ.पु.)- दे.- 'ज़ोÓ$फ ए $कल्ब Ó।
ज़ोÓ$फ ए नज़र (अ.पु.)- नेत्र-दुर्बलता, दृष्टि की कमज़ोरी, कम दिखाई पडऩा।
ज़ोÓ$फ ए बसर (अ.पु.)- दे.- 'ज़ोÓ$फ ए नज़र Ó।
ज़ोÓ$फ ए बसारत (अ.पु.)- दे.- 'ज़ोÓ$फ ए नज़र Ó।
ज़ोÓ$फ ए बाह (अ.$फा.पु.)- काम-शक्ति में कमी, काम-दौर्बल्य, मैथुन-क्षीणता।
ज़ोÓ$फ ए मसान: (अ.पु.)- मूत्राशय की नसों की दुर्बलता या शिथिलता, जिससे पेशाब जल्दी-जल्दी आता है।
ज़ोÓ$फ ए मेÓद: (अ.पु.)- मन्दाग्नि, पाचन-शक्ति की कमी, पेट में भोजन जल्दी न पच पाना, अग्निमांद्य।
ज़ोÓ$फ ए हाजि़म: (अ.पु.)- मन्दाग्नि, पाचन-शक्ति की कमी, पेट में भोजन जल्दी न पच पाना, अग्निमांद्य।
ज़ोÓ$फ ए हा$िफज़: (अ.पु.)- याददाश्त की कमी, स्मरण-शक्ति की कमी।
ज़ोÓम (अ.पु.)- अहंकार, अभिमान, घमण्ड; गुमान, धारणा, ख़्ायाल।
ज़ोम ए बातिल (अ.पु.)- कुधारणा, $गलत गुमान; व्यर्थ अभिमान, झूठा घमण्ड।
जोयाँ ($फा.वि.)- तलाश करता हुआ, ढूँढ़ता हुआ, खोजता हुआ।
जोयाई ($फा.स्त्री.)- ओह, तलाश, खोज, ढँूढ़; अन्वेशन।
जोयानीद: ($फा.वि.)- तलाशा हुआ, ढुँढ़वाया हुआ।
ज़ोर ($फा.पु.)- शक्ति, बल, ता$कत़; रोब, धाक; वश, बस, $काबू़; प्रबलता, प्रचण्डता, तेज़ी; प्रयत्न, कोशिश; अनीति, अत्याचार, ज़बर्दस्ती; आश्रय, सहारा।
ज़ोरआज़्मा ($फा.वि.)- शक्ति दिखानेवाला, ता$कत दिखानेवाला, ज़ोर दिखानेवाला, मु$काबला करनेवाला; लडऩेवाला, युद्घ करनेवाला।
ज़ोरआज़्माई ($फा.स्त्री.)- शक्ति दिखाना, ज़ोर दिखाना; लडऩा; मु$काबला करना।
ज़ोरआवर ($फा.वि.)- बलवान्, ता$कतवर, शक्तिशाली।
ज़ोरआवरी ($फा.स्त्री.)- बलवत्ता, ता$कतवरी।
ज़ोर ए $कलम (ज़ोरे $कलम)($फा.पु.)- लेखन-शक्ति।
ज़ोर ए तबीअ़त (ज़ोरे तबीअ़त)($फा.पु.)- नए विषय और नए विचार पैदा करने की शक्ति या क्षमता।
ज़ोर ए तब्अ़ (ज़ोरे तब्अ़)($फा.पु.)- दे.- 'ज़ोर ए तबीअ़त Ó।
ज़ोर ए बाज़ू (ज़ोरे बाज़ू)($फा.पु.)- बाहुबल, अपना परिश्रम, स्वयं अपना प्रयास।
ज़ोर ओ ज़ुल्म (ज़ोरोज़ुल्म)($फा.पु.)- कठोरता, अत्याचार, सितम, अनीति; अधिकता।
ज़ोर ओ शोर (ज़ोरोशोर)($फा.पु.)- तीव्रता, तेज़ी; धूमधाम; कोलाहल, शोर$गुल; उत्साह, हौसला।
ज़ोरदार ($फा.वि.)- प्रबल, प्रचण्ड, तेज़; शक्तिशाली, ता$कतवर; महत्त्वपूर्ण; आवेगपूर्ण, जोशीला।
ज़ोरमंद (ज़ोरमन्द)($फा.वि.)- ता$कतवर, शक्तिशाली, ज़ोरावर।
ज़ोरमंदी (ज़ोरमन्दी)($फा.स्त्री.)- ता$कतवरी, शक्तिशालिता।
ज़ोरशिकन ($फा.वि.)- ज़ोर तोडऩेवाला, दमन करनेवाला, अत्याचार करनेवाला।
ज़ोरशिकनी ($फा.स्त्री.)- अत्याचार करना, दमन करना, ज़ोर तोडऩा।
जोल: ($फा.पु.)- कपड़ा बुननेवाला; जुलाहा; मकड़ी, लूता।
जोल ($फा.पु.)- कानन, वन, जंगल; चटियल मैदान, बियाबान।
ज़ोलीद: ($फा.वि.)- अस्त-व्यस्त, तितर-बितर; गुंजलक, उलझा हुआ।
ज़ोलीद:बयाँ ($फा.वि.)- बेतुकी बातें करनेवाला, उलझी-उलझी बातें करनेवाला, अनर्गल भाषी।
ज़ोलीद:बयानी (अ.$फा.स्त्री.)- बेतुकी बातें करना, उलझी-उलझी बातें करना, व्यर्थ की बातें करना, अनर्गल बातें।
ज़ोलीद:मू ($फा.वि.)- उलझे हुए केशोंवाला (वाली), जिसके बाल उलझे और अस्त-व्यस्त हों, व्यस्तकेश।
ज़ोलीद:मूई ($फा.स्त्री.)- केश या बाल उलझे होना।
ज़ोलीद:हाल (अ.$फा.वि.)- फटे हाल, दुर्दशाग्रस्त।
ज़ोलीद:हाली (अ.$फा.स्त्री.)- फटेहाल होना, दुर्दशा।
ज़ोलीदगी (अ.$फा.पु.)- उलझन, उलझावद्घ
ज़ोलीदन ($फा.क्रि.)- उलझना।
जोश ($फा.पु.)- उमंग, उत्साह; आवेग, ज़ोर; उत्तेजना, इश्तिअ़ाल; उबाल, उफान; क्रोध, $गुस्सा; तीव्रता, तेज़ी।
जोश ए अश्क (जोशेअश्क)($फा.पु.)- आँसुओं का ज़ोर, रोने का वेग।
जोश ए इश्$क (जोशेइश्$क)(अ.$फा.पु.)- मुहब्बत का जोश, प्रेमावेग।
जोश ए ख़्ाूँ (जोशेख़्ाूँ)($फा.पु.)- ख़्ाून का जोश, ख़्ाानदान की मुहब्बत; रक्त का विकार, रक्तदोष।
जोश ए $गज़ब (जोशे$गज़ब)(अ.$फा.पु.)- क्रोधावेग, $गुस्से का जोश।
जोश ए $गैज़ (जोशे$गैज़)(अ.$फा.पु.)- दे.-'जोश ए $गज़बÓ।
जोश ए जुनूँ (जोशेजुनँू)(अ.$फा.पु.)- उन्माद और पागलपन का जोश।
जोश ओ ख़्ारोश (जोशोख़्ारोश)($फा.पु.)- उत्साह, उमंग; आव्रग, जोश; ज़ोर-शोर, धूमधाम।
जोशज़न ($फा.वि.)- उबलता हुआ, उफनता हुआ; $गुस्से में भरा हुआ, क्रोधित; जोश मारनेवाला।
जोशज़नी ($फा.स्त्री.)- उबाल आना, जोश मारना।
जोशन ($फा.पु.)- कवच, बख़्तर, जि़रीह; भुजबन्द, केयूर,, अंगद, बाज़ूबन्द।
जोशनबंद (जोशनबन्द)($फा.वि.)- कवचधारी, बख़्तरबन्द, जि़रीहपोश।
जोशाँ ($फा.वि.)- उबलता हुआ, जोश मारता हुआ; क्रोधित होता हुआ; आवेग में आता हुआ।
जोशाँद: ($फा.पु.)- काढ़ा, क्वाथ, औटी हुई दवाओं का पानी।
जोशाँदन ($फा.क्रि.)- उबालना, औटाना, खौलाना।
जोशानीद: ($फा.वि.)- उबाला हुआ, औटाया हुआ।
जोशानीदन ($फा.क्रि.)- दे.- 'जोशाँदनÓ।
जोशिंद: (जोशिन्द:)($फा.वि.)- खौलनेवाला, उबलनेवाला।
जोशिश ($फा.स्त्री.)- तीव्रता, ज़ोर; उबाल, उफान; उत्तेजना।
जोशिश ए दहन (जोशिशेदहन)($फा.स्त्री.)- मुँह आ जाने का रोग, मुहाँ।
जोशीद: ($फा.वि.)- जोश खाया हुआ, औटा हुआ।
जोशीद:मग़्ज़ ($फा.वि.)- क्रोधी स्वभाववाला, $गुस्सैल।
जोशीदन ($फा.क्रि.)- उबलना, खौलना।
जोशीदनी ($फा.वि.)- औटने के योग्य, उबालने के लाइ$क।
जोह ($फा.पु.)- बैल जोतने का जुआ।
ज़ोहीद: ($फा.वि.)- वर्षा के वेग से टपकी हुई छत आदि।
ज़ोह्रा (अ.सं.पु.)- एक ग्रह, वृहस्पति नक्षत्र।
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