घो
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घोंपना (हि.क्रि.सक.)-गड़ाना, धँसाना, चुभाना; बुरी तरह सीना, गांठना।घोंसला (हि.पु.)-घास-फूस से बना पक्षी का घर, नीड़।
घोटना (हि.क्रि.सक.)-रगडऩा, माँजना; महीन पीसना; रगड़कर मिलाना, हल करना; अभ्यास करना; गला इस प्रकार दबाना कि सांस रुक जाए, गला मरोडऩा।
घोटवाना (हि.क्रि.सक)-घोटकर चिकना कराना, रगड़वाना; पॉलिश कराना; कपड़े की कुंदी कराना; सिर अथवा दाढ़ी को मुड़वा डालना।
घोटा (हि.पु.)-घोटने की वस्तु या औज़ार; घुटा हुआ चमकदार कपड़ा; भाँग घोटने का सोटा; घोटने की क्रिया, रगड़ा।
घोटाला (हि.पु.)-घपला, गड़बड़।
घोड़ा (हि.पु.)-एक प्रसिद्घ चौपाया, जिसके पैरों में पंजों की बजाय गोलाकार सुम होते हैं; एक खटका जिससे बन्दू$क चलती है; शतरंज का एक मोहरा जो ढाई घर चलता है; दीवार से बाहर निकला हुआ वह पत्थर का टुकड़ा जो ऊपरी भार सँभालने के लिए लगाया जाता है, छज्जे का सहारा।
घोड़ागाड़ी (हि.स्त्री.)-घोड़े से चलनेवाली गाड़ी।
घोलना (हि.क्रि.सक)-किसी द्रव-पदार्थ में कोई वस्तु हिलाकर मिलाना।
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