चू
--------------------------------------------------------------------------------
चूँ ($फा.अव्य.)-जब, जिस समय; समान, मानिन्द, तुल्य; कैसे, किस प्रकार, क्यों; इसलिए, इस वास्ते; अगर।चूँ (हिं.सं.स्त्री.)-तकरार, जि़द; हल्की आवाज़ जो किसी चीज़ से निकले। 'चूँ न करनाÓ-इन्कार न करना, जि़द न करना, जऱा उज्र न करना। चँू ओ चिरा करनाÓ-हुज्जत या बहस करना।
चूँकि ($फा.अव्य.)-क्योंकि, इसलिए कि, इस कारण से।
चू ($फा.अव्य.)-यदि, यद्यपि; समान, तुल्य, मानिन्द; जब, जिस समय; अगर।
चूकना (हिं.क्रि.अक.)-भूल या $गलती करना; लक्ष्य से विचलित होना; अवसर खो देना।
चूख़्ाा (तु.पु.)-एक प्रकार का ऊनी कोट जो $फ$कीरों का लिबास है।
चूग़ा ($फा.पु.)-दे.-'चु$गाÓ।
चूज़: ($फा.पु.)-मु$र्गी का बच्चा; (व्यंग में)-नयी और सुन्दर स्त्री।
चूज़:रुबा ($फा.स्त्री.)-एक प्रसिद्घ पक्षी, चील, चिल्ल।
चूज़ ($फा.पु.)-चकोर, $कब्क; शिकारी पक्षी का वह बच्चा जिसने अभी शिकार करना न सीखा हो।
चूज़ा ($फा.पु.)-दे.-'चूज़:Ó, वही उच्चारण शुद्घ है।
चूनोचरा ($फा.स्त्री.)-कहा-सुनी, वाद-विवाद।
चूमना (हिं.क्रि.सक.)-होंठों द्वारा किसी का कोई अंग स्पर्श करना, चुम्मा लेना।
चूसना (हिं.क्रि.सक.)-जीभ और होंठ को मिलाकर किसी वस्तु का रस खींचना; अनुचित रूप से धीरे-धीरे किसी से रुपये वसूल करना।
चूशीदन ($फा.क्रि.)-चूसना।
No comments:
Post a Comment