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तिक्क: ($फा.पु.)- कमरबन्द, कटिबन्ध; गोश्त की पतली और लम्बी बोटी; गोश्त का लोथड़ा।तिजारत ($फा.पु.)- व्यापार, सौदागरी।
तिनाब (अ.स्त्री.)- रावटी और तम्बू खड़े करने की रस्सी। दे.- 'तनाबÓ, दोनों उच्चारण शुद्घ हैं।
तिफ़्ल (अ.पु.)- बालक, बच्चा।
तिफ़्लक (अ.$फा.पु.)- शिशु, छोटा बच्चा।
तिफ़्लमश्रब (अ.वि.)- बच्चों-जैसी हरकतें करनेवाला, जिसके स्वभाव में लड़कपन हो। दे.- 'तिफ़्लमिज़ाजÓ।
तिफ़्लमिज़ाज (अ.वि.)- जिसके स्वभाव में लड़कपन हो, बच्चों की-सी हरकतें करनेवाला।
तिफ़्लान: (अ.$फा.वि.)- बालोचित, बच्चों-जैसा, शैशव।
तिफ़्लाने चमन (तिफ़्लान ए चमन) (अ.$फा.पु.)- बा$ग या उपवन के छोटे पौधे, फूल और कलियाँ।
तिफ़्ली (अ.स्त्री.)- लड़कपन, बचपन, बाल्यावस्था।
तिफ़्ले अश्क (तिफ़्ल ए अश्क) (अ.$फा.पु.)- अश्रु-बिन्दु, आँसुओं की बूँदें।
तिफ़्ले आतश (तिफ़्ल ए आतश) (अ.$फा.पु.)- चिंगारी, अग्निकण, स्फुलिंग।
तिफ़्ले मक्तब (तिफ़्ल ए मक्तब) (अ.$पु.)- 'अलि$फ-बेÓ पढऩेवाला, निरक्षर; अनाड़ी, अनभिज्ञ; मूर्ख, बेव$कू$फ।
तिफ़्ले शीरख़्वार (तिफ़्ल ए शीरख़्वार) (अ.$फा.उभ.)- दुध-मुँहा बच्चा, स्तनपायी।
तिफ़्ले हिन्दू (तिफ़्ल ए हिन्दू) (अ.$फा.पु.)- कनीनिका, आँख की पुतली।
तिब (अ.स्त्री.)- चिकित्सा-शास्त्र, वैद्यक, आयुर्वेद, हिक्मत।
तिबाअ़ (अ.पु.)- पैरवी, अनुकरण, अनुसरण। नोट- इसकी 'तिÓ उर्दू के 'तेÓ अक्षर से बनी है।
तिबाअ़ (अ.पु.)- आदत, स्वभाव, प्रकृति; 'तबीअ़तÓ और 'तब्अ़Ó का बहु., प्रकृतियाँ, आदतें। नोट- इसकी 'तिÓ उर्दू के 'तोयÓ अक्षर से बनी है।
तिबाबत (अ.स्त्री.)- चिकित्सा-कर्म; वैद्यक, आयुर्वेद, हिक्मत।
तिब्न (अ.स्त्री.)- घास, सूखी घास।
तिब्बी (अ.वि.)- चिकित्सा-सम्बन्धी, चिकित्सा का।
तिब्बे $कदीम (तिब्ब ए $कदीम) (अ.स्त्री.)- पुराने तरी$के का इलाज, प्राचीन चिकित्सा-पद्घति।
तिब्बे जदीद (तिब्ब ए जदीद) (अ.स्त्री.)- नवीन चिकित्सा पद्घति, पाश्चात्य आयुर्वेद।
तिब्यान (अ.पु.)- व्यक्त होना, प्रकट होना, वाज़ेह होना; व्यक्त करना, ज़ाहिर करना, प्रकट करना; कलाम, $कौल, वचन, कथन।
तिमुर (तु.पु.)- लोह, लोहा, $फौलाद; तैमूर लंग। नोट- इस शब्द का उच्चारण 'तैमूरÓ अशुद्घ है लेकिन फिर भी बोला जाता है।
तिम्साल (अ.स्त्री.)- शक्ल, आकृति; मूर्ति, तस्वीर, प्रतिमा; राजादेश, $फर्मान।
तिम्सालगर (अ.$फा.पु.)- मूर्तिकार, बुततराश; चित्रकार, मुसव्विर।
तिम्सालदार (अ.$फा.पु.)- दे.- 'तिम्सालगरÓ।
तिम्साह (अ.पु.)- मगरमच्छ, घडिय़ाल, ग्राह, कुम्भीर।
तियर: (अ.पु.)- संकोच; बुरा शकुन, बुरे लद्वाण।
तिर: (अ.स्त्री.)- ईष्र्या, द्वेष।
तिराज़ ($फा.प्रत्य.)- चित्रकारी करनेवाला; चित्र, नक़्शोनिगार।
तिर्ब (अ.वि.)- हमजोली, हमउम्र, समान आयुवाले।
तिर्या$क (अ.पु.)- विषहर, विष-नाशक, ज़ह्र-मोहरा; अफ्य़ून, अहिफेन।
तिर्याक ($फा.पु.)- दे.- 'तिर्या$कÓ।
तिर्याकी ($फा.वि.)- अ$फीम खानेवाला, अ$फीमची।
तिर्स ($फा.पु.)- का$गज़, पुस्तक; आदेश-पत्र।
तिला ($फा.पु.)- सोना, सुवर्ण; कामवद्र्घक तेल जो लिंग पर लगाया जाता है।
तिलाई ($फा.वि.)- जिस पर सोने का काम हो; जाक बिलकुल सोने का हो; सुनहरे रंगवाला।
तिलाए अहमर (अ.$फा.पु.)- कुन्दन, विशुद्घ सोना, ख़्ाालिस सोना।
तिलाए नाब ($फा.पु.)- विशुद्घ सोना, ख़्ाालिस सोना।
तिलाकार ($फा.वि.)- जिस पर सोने की चित्रकारी हो, स्वर्ण चित्रकारी वाला।
तिलाकारी ($फा.स्त्री.)- सोने का काम बनाना; सोने का काम; सोने का काम बनाने का व्यवसाय।
तिलाकोब ($फा.पु.)- सोने के वर$क बनानेवाला।
तिलादोज़ ($फा.पु.)- दे.- 'तिलाकारÓ।
तिलाबा$फ ($फा.पु.)- दे.- 'तिलाकारÓ।
तिलावत (अ.स्त्री.)- पढऩा; किसी धर्म-ग्रन्थ को पढऩा।
तिलासाज़ ($फा.पु.)- सोना बनानेवाला, कीमियागर।
तिलिस्म (अ.पु.)- जादू, माया, इन्द्रजाल; दृष्टिबन्ध, नज़रबन्दी; वह माया-रचित विचित्र स्थान जहाँ अत्यन्त अजीबो-$गरीब व्यक्ति, आकृतियाँ और चीज़ें दिखाई पड़ें तथा जहाँ जाकर आदमी ऐसा खो जाए कि उसे घर पहुँचने का जल्दी से रास्ता न मिले।
तिलिस्म अफ़्ज़ा (अ.$वि.)- आश्चर्यजनक, अनोखा, अद्भुत, अजीब।
तिलिस्म आमेज़ (अ.$वि.)- दे.- 'तिलिस्म अफ़्ज़ाÓ।
तिलिस्मे ज़ीस्त (तिलिस्म ए ज़ीस्त) (अ.पु.)- जीवन-रूपी मायाजाल, जि़न्दगी-रूपी जादू का घर।
तिलिस्मबन्द (अ.$फा.वि.)- मायाग्रस्त, तिलिस्म और जादू के असर में आया हुआ, जादू-प्रभावित।
तिलिस्मबन्दी (अ.$फा.स्त्री.)- जादू के असर में आ जाना; माया और तिलिस्म की रचना।
तिलिस्मात (अ.पु.)- 'तिलिस्मÓ का बहु., मायाजाल; माया-रचित स्थान।
तिलिस्माती (अ.$वि.)- जादू-भरा, मायापूर्ण, तिलिस्मी; मायावी, जादूगर।
तिलिस्मी (अ.$वि.)- जादू का, माया-सम्बन्धी; माया-निर्मित, जादू का बना हुआ, जादू से बना हुआ।
तिल्ची (अ.पु.)- गुप्तचर, जासूस; दूत, हरकारा।
तिस्अ़: (अ.$वि.)- नौ, नौ की संख्या।
तिस्ईन (अ.$वि.)- नब्बे, नवति।
तिहाल (अ.स्त्री.)- तिल्ली, प्लीहा।
तिही (अ.$फा.वि.)- रिक्त, ख़्ााली।
तिही$िकस्मत (अ.$फा.वि.)- जिसके नसीब में कुछ न हो।
तिहीगाह ($फा.स्त्री.)- कोख, कुक्षि; पेड़ू, उपस्थ।
तिहीदस्त ($फा.वि.)- जिसका हाथ ख़्ााली हो, रिक्त-हस्त, दरिद्र, कंगाल।
तिहीदस्ती ($फा.स्त्री.)- निर्धनता, $गरीबी, दरिद्रता, मु$फलिसी।
तिहीदामन ($फा.वि.)- वंचित, महरूम, जिसका दामन ख़्ााली हो।
तिहीदिमा$ग (अ.$फा.वि.)- निर्बुद्घि, जिसका मस्तिष्क खुक्खल हो।
तिहीमग़्ज़ ($फा.वि.)-मूर्ख, ज्ञान-शून्य, निर्विवेक, जिसकी समझ में कोई बात न आए।
तिह्न ($फा.पु.)- आटा।
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